Saturday 2 March 2013

प्याले प्याले ............................

प्याले प्याले का मतलब क्या मयखाने से है !
हर खोने बाले का मतलब क्या दीवाने से है !
क्यों जीना छोड़ रहे है,
सब से नाता तोड़ रहे है !
बो रूठ रहे हैं....
ममता को ही लूट रहे हैं...!
रूठ गई गर लैला प्यारी,
उसका मातम क्या मरजाने में है !
ऐसी करनी इस धरणी पर किस पैमाने से है !......
प्याले प्याले का..........................

3 comments:

  1. बहुत उत्कृष्ट अभिव्यक्ति.हार्दिक बधाई और शुभकामनायें!
    कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |

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  2. बहुत सुंदर कृति ।

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